
भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘खेलो इंडिया’ ने 2025 में एक नई दिशा ली है। इस वर्ष बिहार राज्य को खेलों के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिला है। राज्य में आयोजित होने वाले विभिन्न खेल आयोजनों ने न केवल बिहार की खेल संस्कृति को प्रोत्साहित किया है, बल्कि देशभर के युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच भी प्रदान किया है।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025: बिहार की मेज़बानी
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 का आयोजन बिहार के ऐतिहासिक स्थल राजगीर में 4 से 15 मई तक हुआ। इस आयोजन में देशभर से लगभग 8,500 खिलाड़ी विभिन्न खेलों में भाग लेने के लिए पहुंचे। प्रतियोगिताओं में वेटलिफ्टिंग, हॉकी, बॉक्सिंग, तैराकी, टेबल टेनिस, कबड्डी, वॉलीबॉल, शूटिंग, रग्बी, और फुटबॉल जैसे खेल शामिल थे। राजगीर खेल परिसर, पाटलीपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, और कल्याण बिगहा शूटिंग रेंज जैसे स्थानों पर इन खेलों का आयोजन किया गया।
पारा गेम्स 2025: समावेशिता की ओर एक कदम
खेलो इंडिया पारा गेम्स 2025 का उद्घाटन नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में हुआ। इस आयोजन में 1,300 से अधिक पैरा एथलीटों ने भाग लिया, जो छह प्रमुख खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे थे। इन खेलों में पैरा एथलेटिक्स, पैरा आर्चरी, पैरा पावरलिफ्टिंग, पैरा बैडमिंटन, पैरा टेबल टेनिस, और पैरा शूटिंग शामिल थे। यह आयोजन भारत में पैरा खेलों के प्रति जागरूकता और समर्थन को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
शीतकालीन खेल 2025: लद्दाख में बर्फीली प्रतिस्पर्धा
खेलो इंडिया शीतकालीन खेल 2025 का आयोजन लद्दाख के एनडीएस स्टेडियम में हुआ। इसमें 19 टीमों ने भाग लिया, जिसमें विभिन्न राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, और संस्थागत संगठनों की टीमें शामिल थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहा कि उनकी सरकार की प्राथमिकता जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में खेलों का विकास करना है। उन्होंने खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
खेलो इंडिया योजना का विस्तार
भारत सरकार ने खेलो इंडिया योजना को 2025-26 तक के लिए बढ़ा दिया है। इस योजना के तहत अगले चार वर्षों में 8,750 करोड़ रुपये खर्च करने का अनुमान है। इस योजना का उद्देश्य देशभर में खेलों की संस्कृति को बढ़ावा देना और युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। इस योजना के तहत चयनित खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप, प्रशिक्षण, और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
बिहार में खेलों का भविष्य
खेलो इंडिया 2025 ने बिहार में खेलों के प्रति जागरूकता और रुचि को बढ़ाया है। राज्य सरकार और खेल प्राधिकरण ने इन आयोजनों की मेज़बानी के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे और सुविधाओं का विकास किया है। इन आयोजनों ने न केवल बिहार के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान किया है, बल्कि राज्य को खेलों के क्षेत्र में एक अग्रणी स्थान दिलाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है।
निष्कर्ष
खेलो इंडिया 2025 ने बिहार को खेलों के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाई है। इन आयोजनों ने राज्य के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर प्रदान किया है। आने वाले वर्षों में, बिहार में खेलों का विकास और खिलाड़ियों की सफलता की कहानियाँ सुनने को मिलेंगी। खेलो इंडिया योजना के तहत किए गए प्रयासों से यह स्पष्ट है कि भारत सरकार खेलों के विकास के प्रति गंभीर है और युवा खिलाड़ियों को हर संभव समर्थन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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